Type to search

हवा में घुल चुकी है महामारी!

जरुर पढ़ें बड़ी खबर

हवा में घुल चुकी है महामारी!

now corona is airborne, as per WHO
Share on:

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आखिरकार मान लिया है कि कोरोनावायरस हवा से भी फैल सकता है। संगठन ने मंगलवार को यह स्वीकार किया कि कोरोना वायरस संक्रमण के ‘हवा से फैलने’ के सबूत हैं। डब्लूएचओ की टेक्निकल लीड मारिया वान केरखोव ने कहा कि हम एयरबोर्न ट्रांसमिशन और एयरोसोल ट्रांसमिशन की संभावना से इनकार नहीं कर सकते हैं। 

जिनेवा में हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में WHO की अधिकारी बेनेडेटा अल्लेग्रांजी ने कहा कि कोरोना के हवा के माध्यम से फैलने के सबूत तो मिल रहे हैं, लेकिन अभी हमें रिजल्ट तक पहुंचने में वक्त लगेगा। उन्होंने कहा “सार्वजनिक जगहों पर, ख़ासकर भीड़भाड़ वाली, कम हवा वाली और बंद जगहों पर हवा के ज़रिए वायरस फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि इन सबूतों को इकट्ठा करने और समझने की ज़रूरत है। हम ये काम जारी रखेंगे.”

इससे पहले तक WHO का ये कहना था कि यह संक्रमण किसी के खांसने या छींकने से ड्रॉपलेट्स के रुप में बाहर निकलता है, लेकिन ज्यादा देर तक हवा में नहीं टिकता। इसलिए अगर मरीज से 6 फीट की दूरी बनाई जाए, तो इससे बचा जा सकता है। लेकिन अब WHO का मानना है कि ये एयरोसोल के रुप में भी निकल सकता है और इसलिए हवा के जरिए भी फैल सकता है।

क्या है खतरा?

भारतीय और अमेरिकी शोधकर्ताओं के मुताबिक कोरोना के कण बिना हवा चले भी (यानी बंद कमरे में) 8 से 13 फीट तक की दूरी तय कर सकते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक, 50 फीसदी नमी और 29 डिग्री तापमान पर कोरोना के कण हवा में घुल भी सकते हैं। यानी अगर आप बाहर की हवा में सांस ले रहे हैं, तो हो सकता है कि इस हवा में कोरोना के वायरस घुले हों। इसमें सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को है, जो किसी मरीज के साथ.. बंद कमरे की हवा में सांस ले रहे हों। जैसे – अस्पताल में काम करनेवाले स्वास्थ्यकर्मी और वहां जानेवाले लोग, कंपनियों के ऑफिस, सिनेमा हॉल, मॉल्स, चारों तरफ से घिरे भीड़-भाड़ वाले मार्केट आदि।

क्या बरतें सावधानी?

  • बाहर निकलते वक्त, हमेशा मास्क पहनें और संभव हो तो N-95 मास्क का इस्तेमाल करें,
  • सार्वजनिक जगहों, खासकर -भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहें,
  • ऐसी जगह पर ना जाएं जो चारों तरफ से बंद हो, जैसे – रेस्ट्रां, चर्च, सभागार, हॉल, क्लासरुम आदि,
  • अगर आप गंभीर रुप से बीमार नहीं हैं, तो अस्पताल से बिल्कुल दूर रहें,
  • ऐसा स्थान पर जाने से बचें, जहां हवा ठीक से आ-जा ना रही हो।

क्या है मौजूदा स्थिति?

कोरोना प्रभावित देशों में यूएस अभी भी नंबर वन बना हुआ है। यहां मरीजों की संख्या 30 लाख के करीब पहुंच गई है। जबकि 16 लाख से ज्यादा मरीजों से साथ ब्राजील दूसरे नंबर पर है। भारत तीसरे नंबर पर है और यहां 7 लाख 42 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, इसमें 2,64,944 सक्रिय मामले हैं। राहत की बात यह है कि अभी तक 4,56,831 मरीज या तो ठीक हो चुके हैं या फिर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

कुछ महीनों बाद कहां होंगे हम?

मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रिसर्च के मुताबिक, कोरोनो वायरस महामारी का सबसे बुरा दौर अभी आने वाला है। अगर इसकी वैक्सीन या दवाई नहीं बनी, तो भारत में आने वाले महीनों में कोरोना मरीजों की संख्या में भारी उछाल देखने को मिल सकता है। रिसर्च के अनुसार,

  • अगर हालात ऐसे ही रहे, तो अगले साल मई तक दुनिया भर में लगभग 26 करोड़ मरीज होंगे और 18 लाख से ज्यादा की मौत हो सकती है।
  • 2021 की शुरुआत तक भारत में रोजाना 2.87 लाख तक मामले आ सकते हैं, वहीं 2021 की सर्दियां खत्म होने तक भारत दुनिया का सबसे अधिक प्रभावित देश बन सकता है।
  • स्टडी के मुताबिक फरवरी 2021 तक अमेरिका में प्रतिदिन  95,400, दक्षिण अफ्रीका में 20,600, ईरान में 17,000, इंडोनेशिया में 13,200, ब्रिटेन में 4,200 और नाइजीरिया में 4,000 मामले सामने आने लगेंगे।
  • इन शोधकर्ताओं का ये भी दावा है कि विभिन्न देशों की सरकारों द्वारा कोरोना मरीजों की जितनी संख्या बताई जा रही है, वास्तविक संख्या उससे 12 गुना ज्यादा है।
  • इनके आंकड़ों पर विश्वास करें, तो भारत में संक्रमितों की वास्तविक संख्या 90 लाख से ज्यादा है, जबकि यूएस में करीब साढ़े तीन करोड़!!!
  • MIT रिसर्चर्स के मुताबिक मरनेवालों की भी वास्तविक संख्या जितनी बताई जा रही है, उससे 50 फीसदी ज्यादा हो सकती है।

जाहिर है, इसे अब बहुत ही गंभीरता से लेने की जरुरत है। आनेवाले समय भारत के लिए काफी मुश्किल होनेवाला है, सरकार के लिए भी और लोगों के लिए भी। फिलहाल इससे बचने का एक ही उपाय है, मास्क पहनें, घर में रहें और सुरक्षित रहें।

ये भी पढ़ें :- हवा से भी फैल सकता है कोरोना?

Shailendra

Share on:
Tags:

You Might also Like

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *